व्यक्तित्व के प्रकार :- हर इन्सान की अपनी एक PROSONALITY होती है| वही हर इन्सान की पहचान है | प्रकृति का यह नियम है की हर एक इन्सान की आकृति दुसरे से भिन्न है | आकृति का यह जन्मजात अंतर सिर्फ आक्रति तक ही सिमित नही है |हमारा स्वभाव (NATURE) व्यव्हार (BEHAVIOUR) और संस्कार में भी वही असामनता रहती है | सफलता यानि की SUCCESS एक ऐसा शब्द है ,जो हर कोई चाहता है , लेकिन उसे कैसे पाया जाये, यह हम नही जानते है | दर असल जो लोग SUCCESS चाहते है , उन्हें यह पता नही होता है की प्रोसोनालिटी के विकास में ही ऐसी बहुत सारी खूबियाँ छुपी है, जिन्हें सुधर लेने मात्र से ही हम कई सारी असफलताओ व विफल्तावो को सफलता में बदल सकते है,
व्यक्तित्व मुख्या रूप से तीन प्रकार के होते हैं
1.Extrovert– इस प्रकार के व्यक्ति दूसरों के साथ मिलना जुलना व रहना पसन्द करते है। दूसरे लोगो में जल्दी घुल मिल जाते है।
2.INTROVERT– इस प्रकार के व्यक्ति अकेला रहना पसंद करते है | तथा दुसरे से मिलना – जुलना नही पसंद करते है|
2.Ambivert – उपरोक्त दोनों प्रकार के लोगो का मिश्रण है। कभी ये लोगो से मिलते जुलते है तो कभी अकेले रहना पसन्द करते है।
1. लोगों को genuinely like करिए
जब हम किसी से मिलते हैं तो मन में उसकी एक image बना लेते हैं. ये image positive, negative या neutral हो सकती है. पर अगर हम अपनी personality improve करना चाहते हैं तो हमें इस image को intentionally positive बनाना होगा. हमें अपने mind को train करना होगा कि वो लोगों में अच्छाई खोजे बुराई नहीं. ये करना इतना मुश्किल नहीं है, अगर आप mind को अच्छाई खोजने के लिए निर्देश देंगे तो वो खोज निकालेगा.
2. मुसकुराहट के साथ मिलिए
जब आप अपने best friend से मिलते हैं तो क्या होता है? आप एक दूसरे को देखकर smile करते हैं। मुस्कराना जाहिर करता है कि आप सामने वाले को पसंद करते हैं. यही बात हर तरह की relations में लागू होती है इसलिए आप जब भी किसी से मिलें तो चेहरे पर एक genuine smile लाइए,
इससे लोग आपको पसंद करेंगे, आपसे मिलकर खुश होंगे . आपका मुस्कराहट के जवाब में मुस्कराहट न मिले ऐसा कम ही होगा. और होता भी है तो let it be आपको अपना part अच्छे से play करना है बस.
3. नाम रहे ध्यान
किसी व्यक्ति के लिए उसका नाम दुनिया के बाकी सभी नामों से ज्यादा IMPORTANCE नाम दुनिया के बाकी सभी नामो से ज्यादा importance रखता है. इसिलए जब आप किसी से बात करें तो बीच-बीच में उसका नाम लेते रहिये। अगर नाम के साथ जरूरी suffix या prefix लगाना होगा.
बीच-बीच में नाम लेने से सामने वाला अपनी ध्यान भी अधिक देता है. And definitely वो इस बात से खुश होता है की आप उसके नाम को importance दे रहे है .
4.”I” से पहले “YOU” को रखिये
आप किसे अधिक पसंद करेंगे :
जो अपने मतलब की बात करे या उसे जो आपके मतलब की बात करे? आप दूसरा option choose करेंगे। एक इंसान पहले खुद को रखने में लगा हुआ है। मैं ऐसा हूँ, मुझे ये अच्छा लगता है, मैं ये करता हूँ….isn’t it? पर आप इससे अलग करिए आप “1” से पहले “You” को रखिये’
आप कैसे हैं”, आपको क्या अच्छा लगता है?,
5. बोलने से पहले सुनिए
जब आप दूसरे में interest लेते हैं तो इसमें ईमानदारी होनी चाहिए. आपने “आप क्या पसंद करते हैं?“ इसलिए नहीं पूछा कि बस वो जल्दी से अपना जवाब खतम करे और आप अपनी राम-कथा सुनाने लग जाएं.
आपको सामने वाले को सिर्फ पहले बोलने का मौका ही नहीं देना है, बल्कि उसकी बात को ध्यान से सुनना भी है और बीच-बीच में उससे related और भी बातें करनी हैं। जैसे अगर कोई कहता है कि उसे घूमने का शौक है, तो आप उससे पूछ सकते हैं कि उसकी favourite tourist destination क्या है, और वहां पर कौन-कौन सी जगह अच्छी हैं’.
6.क्या कहते हैं से भी जरूरी है कैसे कहते हैं
आप जो बोलते हैं उससे भी अधिक महत्त्व रखता है कि आप कैसे बोलते हैं जैसे आपसे कोई गलती हुई और आप मुंह बना कर sorry बोलते हैं तो उस sorry का कोई मतलब नहीं. हमें न सिर्फ सही words use करने हैं बल्कि उन्हें किस तरह से कहा जा रहा है इस बात का भी ध्यान इस बात का भी ध्यान रखना है|
इसलिए आप अपनी tone और body language पे ध्यान दीजिये, जितना हो सके polite और well-mannered तरीके से लोगों से बात करिए।
7. बिना अपना फायदा सोचे लोगों की मदद करिये
कई बार हम ऐसी स्थिति में होते हैं कि दूसरों की मदद कर सकें पर out of laziness या फिर ये सोचकर कि इसमें हमारा कोई फायदा नहीं है हम मदद नहीं करते। पर एक pleasant personality वाला व्यक्ति लोगों की मदद के लिए तैयार रहता है. हाँ, इसका ये मतलब नहीं है कि आप अपने जरूरी काम छोड़ कर बस लोगों की मदद ही करते रहे, लेकिन अगर थोडा वक्त देने पर आप किसी के काम आ सकते हैं तो जरूर आएं। आपकी एक selfless मदद आपको दूसरों की ही नहीं अपनी नजरों में भी उठा देगी और आप अच्छा मेहसूस करेंगे।
8. अपने external appearance को अच्छा बनाइये
चूँकि हमारा पहला impression हमारी appearance की वजह से ही बनता है इसलिए इस बात पर थोडा ध्यान देने की जरुरत है।
Appearance से मेरा ये मतलब नहीं है कि आप Gym जाने लगिए और body बनाइये, या फिर beauty parlour के चक्कर लगाते रहिये, इसका मतलब यह है कि आप occasion के हिसाब से तैयार होइये और personal hygiene पर ध्यान दीजिये| छोटी छोटी बातें जैसे कि आपका hair cut, nails और polished shoe आपकी personality पर प्रभाव डालते हैं।
9. क्या appreciate कर सकते हैं खोजिये
चाहे मैं हूँ, आप हों, तारीफ सुनना सबको पसंद है. लोगों का दिल जीतने का और अपना friend बनाने का ये एक शानदार formula है प्रशंशा कीजिये, सच्ची प्रशंशा कीजिये।
ओजस्वी व्यक्तित्व
इस प्रकार के लोगो का दूसरों पर खास ध्यान रहता है तथा इनकी ओबसर्वेशन पावर बहुत अच्छी लाता है। ये बहुत समझदार तथा मजाकिया स्वभाव के होते है। ये अपनी बातें दूसरों से तुरन्त मनवा लेते है
तथा अच्छे वक्ता होते है। तुरन्त निर्णय लेने की क्षमता रखते है। अपने अच्छाछे स्पवभाव के कारण ग्रुप में अपनी छाप छोडते है तथा उनको लोग याद रखते है। ये चीजों को तुरन्त समझते है,
, निर्णय लेते है तथा निर्णय पर अमल करते है|
आत्मविश्वास व आत्महीनता
यह व्यक्ति का वह गुण है जिसमें वह अपने उपर विश्वास करता है तथा किसी भी कार्यो को मनोयोग से करते हुए सफलतापूर्वक पूर्ण करता है। अपने बारे में अपने बारे में अच्छा सोचना और अपनी काबिलियत पर भरोसा करते हुए जीवन की चुनौतिया को सामना करना आत्मविश्वास कहलाता है|